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धर्म ग्रन्थों पर वार्तालाप
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ईश्वर तथा मानव विज्ञान
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धर्म मार्ग
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गुरुदेव संबंधी वार्तालाप
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गुरुदेव का जीवन परिचय एवं संस्मरण
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गुरुदेव का एक प्रवचन
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सदाचारी जीवन और ईश्वर भक्ति को धारण करने का अनुरोध
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गुरुदेव की अपने शिष्यों से अपेक्षा
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चेतावनी
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धर्म का यथार्थ स्वरूप और प्रचलित धारणायें
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तीर्थ यात्रा का सिद्धान्त
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मूर्ति पूजा का सिद्धान्त
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देवी-देवताओं और ग्रहों की पूजा का सिद्धान्त
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दान का सिद्धान्त
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आध्यात्मिक उन्नति के मुख्य साधन
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सादगी
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सत्
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सेवा
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सत्संग
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सत् सिमरण
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गुरु कौन ?
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अमर वाणी ग्रंथ श्री समता प्रकाश ग्रंथ से
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अंतिम सन्देश
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समतावाद
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6लिए जनता का शोषण करते
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8और साधारण बुद्धि वाले दोनों
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5प्रस्तावना विचारशील मनुष्य के अन्दर
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4निवदेन समता नीति पुस्तिका का
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7पृष्ठ संख्या आम प्रचार का
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2प्रकाशक संगत समतावाद समता योगाश्रम
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1ग्रन्थ श्री समता विलास अनुभवी
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9का निर्मल के विषयों पर
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श्री सत्तगुरुदेव मंगतराम जी महाराज
जन्म : नवम्बर 24, सन् 1903 ईस्वी
जन्म स्थान : गंगोठियां ब्राह्मणां, तहसील कहुटा
ज़िला रावलपिण्डी (पाकिस्तान)
महासमाधि : फरवरी 4, सन् 1954 ईस्वी (अमृतसर)
जन्म स्थान : गंगोठियां ब्राह्मणां, तहसील कहुटा
ज़िला रावलपिण्डी (पाकिस्तान)
महासमाधि : फरवरी 4, सन् 1954 ईस्वी (अमृतसर)
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ऐसी करनी कर चलो....
(श्री सत्तगुरुदेव मंगतराम जी महाराज)
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संगत समतावाद
संगत समतावाद
समता योगाश्रम
जगाधरी – 135003
हरियाणा
जगाधरी – 135003
हरियाणा
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प्रकाशक
संगत समतावाद
समता योग आश्रम
छछरौली रोड, जगाधरी - 135003
समता योग आश्रम
छछरौली रोड, जगाधरी - 135003
© संगत समतावाद
प्रथम संस्करण सन् ... 2003 ... 1100
द्वितीय संस्करण सन् ... 2005 ... 1100
तृतीय संस्करण सन् ... 2008 ... 1100
चतुर्थ संस्करण सन् ... 2012 ... 1100
पंचम संस्करण सन् ... 2013 ... 1100
छठा संस्करण सन् ... 2022 ... 250
द्वितीय संस्करण सन् ... 2005 ... 1100
तृतीय संस्करण सन् ... 2008 ... 1100
चतुर्थ संस्करण सन् ... 2012 ... 1100
पंचम संस्करण सन् ... 2013 ... 1100
छठा संस्करण सन् ... 2022 ... 250
प्राप्ति स्थान
संगत समतावाद
समता योग आश्रम
छछरौली रोड, जगाधरी - 135003
समता योग आश्रम
छछरौली रोड, जगाधरी - 135003
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प्रस्तावना
क्यों इस पुस्तक को देखें ? - बाज़ार में आध्यात्मिक विचारों पर साहित्य और आज के युग के हर प्रकार के गुरुओं की जीवनी और उनके दृष्टिकोंण उपलब्ध हैं । परन्तु यह वृतांत और विचार ऐसे सत्पुरुष के हैं जिनका पूरा जीवन ही एक चमत्कारी घटना थी, क्योंकि जिसे न तो भूख सताती हों, न प्यास; जिसे न थकावट महसूस होती हो, न बेचैनी; हानि और लाभ, दुःख और सुख, मान व अपमान, ज़िन्दगी और मौत, मित्र और शत्रु, सगे और पराये जिसकी दृष्टि में एक समान हों; जिसका बचपन कठिन तप और त्याग, सेवा और परउपकार में गुज़रा हो और जिन्होंने जवानी के आने से पहले ही योग साधना और तपोबल द्वारा विषय विकारों को दग्ध करके रख दिया हो; यही नहीं बल्कि मोहनी माया भी जिसके ब्रह्मचर्य के बल के आगे निर्बल हो चुकी हो और जो शरीर धारण करके भी शरीर की मांग से मुक्त और मान मर्यादा से निर्मल रहा हो और जिसे जड़ और चेतन सभी जीव स्वरूप नज़र आते हों और फिर जिसकी सुरति और सोच, साधना और तप सब केवल एक परमेश्वर पर ही केन्द्रित हों, ऐसी अनोखी हस्ती का जीवन और विचार हर साधक और पढ़ने वाले को ज़रूर प्रभावित करेंगे । हमें इनके अटूट प्रेम, प्रबल संयम, कड़े अनुशासन, निर्मानता, निष्कामता, शील, सन्तोष इत्यादि गुणों से सुशोभित जीवन से प्रेरणा लेनी है और अपने निजी, पारिवारिक और सामाजिक जीवन में अपनाकर अपने आध्यात्मिक जीवन में लाभ उठाना है ।
प्रकाशक
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विषय सूची
1. वार्तालाप…........................................................1
(क) धर्म ग्रन्थों पर.............................................1
(ख) ईश्वर तथा मानव विज्ञान...............................9
(ग) धर्म मार्ग................................................17
(घ) गुरुदेव संबंधी..........................................37
2. गुरुदेव का जीवन परिचय एवं संस्मरण....................45
3. गुरुदेव का एक प्रवचन.......................................64
4. सदाचारी जीवन और ईश्वर भक्ति को
धारण करने का अनुरोध.....................................67
5. गुरुदेव की अपने शिष्यों से अपेक्षा........................69
6. चेतावनी........................................................71
7. धर्म का यथार्थ स्वरूप और प्रचलित धारणाएं...........72
(क) तीर्थ यात्रा का सिद्धान्त.............................74
(ख) मूर्ति पूजा का सिद्धान्त.............................75
(ग) देवी देवताओं और ग्रहों की पूजा का सिद्धान्त.76
(घ) दान का सिद्धान्त….................................78
8. आध्यात्मिक उन्नति के मुख्य साधन.......................80
(क) सादगी…..............................................82
(ख) सत्....................................................83
(ग) सेवा...................................................84
(घ) सत्संग…..............................................85
(ड) सत् सिमरण.........................................87
9. गुरु कौन?.....................................................89
10. अमर वाणी - ग्रंथ श्री समता प्रकाश ग्रंथ से............91
11. अंतिम - सन्देश.............................................95
12. समतावाद….................................................97
(क) धर्म ग्रन्थों पर.............................................1
(ख) ईश्वर तथा मानव विज्ञान...............................9
(ग) धर्म मार्ग................................................17
(घ) गुरुदेव संबंधी..........................................37
2. गुरुदेव का जीवन परिचय एवं संस्मरण....................45
3. गुरुदेव का एक प्रवचन.......................................64
4. सदाचारी जीवन और ईश्वर भक्ति को
धारण करने का अनुरोध.....................................67
5. गुरुदेव की अपने शिष्यों से अपेक्षा........................69
6. चेतावनी........................................................71
7. धर्म का यथार्थ स्वरूप और प्रचलित धारणाएं...........72
(क) तीर्थ यात्रा का सिद्धान्त.............................74
(ख) मूर्ति पूजा का सिद्धान्त.............................75
(ग) देवी देवताओं और ग्रहों की पूजा का सिद्धान्त.76
(घ) दान का सिद्धान्त….................................78
8. आध्यात्मिक उन्नति के मुख्य साधन.......................80
(क) सादगी…..............................................82
(ख) सत्....................................................83
(ग) सेवा...................................................84
(घ) सत्संग…..............................................85
(ड) सत् सिमरण.........................................87
9. गुरु कौन?.....................................................89
10. अमर वाणी - ग्रंथ श्री समता प्रकाश ग्रंथ से............91
11. अंतिम - सन्देश.............................................95
12. समतावाद….................................................97